मुरादाबाद। उत्तराखंड में बादल फटने से मची तबाही के गवाह बने मुरादाबाद जनपद के अमरपाल अपने गांव लौट आए हैं। आपदा से घायल अमरपाल जब घर पहुंचे तो उनकी हालत बेहद चिंताजनक दिखाई दी। गांव के लोग उन्हें देखकर भावुक हो उठे। अमरपाल ने आपबीती सुनाई तो हर किसी की आंखें नम हो गईं।
अमरपाल ने बताया कि वह अपनी पत्नी किरन के साथ उस ट्रैक्टर पर सवार थे, जो अचानक आई तेज धारा में बह गया। बादल फटने के बाद नदी का जलस्तर देखते ही देखते विकराल हो गया। तेज बहाव में ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर बहने लगा। इस दौरान अमरपाल अपनी पत्नी का हाथ थामे हुए थे, लेकिन लहरों का जोर इतना ज्यादा था कि उनका हाथ छूट गया और किरन पानी के तेज बहाव में समा गईं।
अमरपाल जैसे-तैसे किनारे तक पहुंचे, लेकिन उनकी पत्नी को बचाया नहीं जा सका। राहत बचाव दल ने काफी मशक्कत के बाद किरन का शव बरामद किया। रविवार को गांव में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। घटना के बाद से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि आपदा से लौटे अमरपाल की हालत देखकर लोग दहल उठे। किसी को यकीन ही नहीं हो रहा कि चंद पलों में खुशहाल परिवार तबाही की लपटों में समा गया। गांव में लगातार लोगों की भीड़ अमरपाल से मिलने और ढांढस बंधाने पहुंच रही है।
