त्योहारों से पहले मिलावटखोरों पर शिकंजा

मुरादाबाद। त्योहारों के मौसम में मिठाइयों की खपत बढ़ते ही मिलावटखोर भी सक्रिय हो जाते हैं। नकली मावा, सिंथेटिक दूध और नकली घी से बने खाद्य पदार्थ बाजार में उतार दिए जाते हैं, जो न केवल उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ते हैं बल्कि उनके स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इसी खतरे को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग पूरे एक्शन मोड में है। इसी कड़ी में सोमवार को मुरादाबाद की मंडी चौक स्थित मावा मंडी में बड़ी छापेमारी की गई।

अचानक हुई कार्रवाई से मचा हड़कंप

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की टीम जब मावा मंडी पहुंची तो कारोबारियों में हड़कंप मच गया। कई दुकानदार तो छापेमारी की भनक लगते ही दुकानें बंद करके खिसक गए। वहीं, मौके पर मौजूद दुकानदार सकते में आ गए। विभाग की टीम ने फूड सेफ्टी ऑन व्हील वैन की मदद से मावे के 23 नमूने मौके से लिए और तुरंत जांच की।

सभी 23 नमूने जांच में पास

इस बार राहत की बात यह रही कि मौके पर जांचे गए सभी 23 नमूने सही पाए गए। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक किसी भी सैम्पल में मिलावट नहीं मिली। इससे कारोबारियों के साथ-साथ उपभोक्ताओं ने भी राहत की सांस ली।

पहले लैब, अब मौके पर ही जांच

सहायक आयुक्त खाद्य विभाग राजवंश श्रीवास्तव ने बताया कि पहले नमूनों को जांच के लिए लैब भेजना पड़ता था, जिससे रिपोर्ट आने में कई दिन लग जाते थे। अब विभाग के पास फूड सेफ्टी ऑन व्हील वैन उपलब्ध है, जिससे मौके पर ही सैम्पलों की जांच की जा रही है और तुरंत कार्रवाई संभव हो पा रही है। अधिकारियों ने साफ किया कि सरकार का स्पष्ट निर्देश है त्योहारों के दौरान मिलावटखोरी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पूरे प्रदेश में विशेष अभियान चल रहा है और मुरादाबाद जिले में भी अलग-अलग टीमें बनाकर लगातार छापेमारी की जा रही है। खाद्य विभाग ने जनता से अपील की है कि यदि कहीं भी नकली दूध, मावा या मिठाई बेचे जाने की जानकारी मिले तो तुरंत विभाग को सूचित करें। इसके लिए हेल्पलाइन और शिकायत पोर्टल भी सक्रिय कर दिए गए हैं। आज हुई कार्रवाई के बाद मुरादाबाद शहर और आसपास के उपभोक्ताओं को भरोसा मिला है कि त्योहारों पर उन्हें शुद्ध और सुरक्षित मिठाइयाँ खाने को मिलेंगी। लगातार हो रही छापेमारियों से मिलावटखोरों में खौफ और उपभोक्ताओं में विश्वास दोनों ही बढ़े हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *