जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के सदर एडवोकेट जफर अली ने आगामी वर्ष 2027 में सम्भल विधानसभा सीट से विधायकी का चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। जफर अली ने स्पष्ट किया कि वे जनता यानी आवाम की मांग पर राजनीति में उतरने का निर्णय ले रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया कि वे किसी राजनीतिक दल से चुनाव लड़ेंगे या निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरेंगे।
पत्रकारों से बातचीत में जफर अली ने कहा कि सम्भल की जनता ने हमेशा उन्हें सम्मान और भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी पार्टी से टिकट मिलता है तो वे उस पार्टी के मंच से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरकर जनता की आवाज़ बनेंगे। उन्होंने कहा कि सम्भल की तरक्की, युवाओं के रोजगार और शिक्षा के मुद्दे उनकी प्राथमिकता रहेंगे। गौरतलब है कि एडवोकेट जफर अली बीते वर्ष सम्भल में हुई हिंसा के एक मामले में आरोपी बनाए गए थे, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। हालांकि बाद में वे जमानत पर रिहा हो गए थे। जफर अली का कहना है कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप राजनीतिक साजिश का हिस्सा थे, जिनसे वे बेदाग बाहर आए हैं। मौजूदा विधायक इकबाल महमूद के मुकाबले पर उतरने की जफर अली ने पूरी तैयारी कर ली है। जफर अली ने दावा किया कि वे क्षेत्र की समस्याओं को समझते हैं और जनता के बीच रहकर उनकी तकलीफें दूर करने के लिए राजनीति में आ रहे हैं। सम्भल की सियासत में जफर अली के इस ऐलान से नया राजनीतिक समीकरण बनने के संकेत मिल रहे हैं। अब देखना यह होगा कि कौन सी पार्टी उन्हें अपने साथ जोड़ती है या वे निर्दलीय मैदान में उतरकर सम्भल की जनता से सीधा मुकाबला करते हैं।
