उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद सर्किट हाउस में रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश के प्रभारी मंत्री अनिल कुमार ने समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री आजम खां की रिहाई को लेकर बड़ा बयान दिया। मंत्री ने साफ कहा कि यह अब आजम खां ही तय करेंगे कि वह समाजवादी पार्टी में रहेंगे, बहुजन समाज पार्टी में जाएंगे, किसी और दल का दामन थामेंगे या फिर घर पर ही रहना पसंद करेंगे।”
अनिल कुमार ने आगे कहा कि आजम खां की रिहाई से आगामी चुनावों के समीकरणों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। “वह 2017 के चुनाव में भी जेल से बाहर थे, तब भी नतीजों पर कोई फर्क नहीं पड़ा था। ऐसे में इस बार भी रिहाई के बाद चुनावी नतीजों में बदलाव की संभावना नहीं है।”
सोशल मीडिया पर आजम खां के बसपा में शामिल होने की चर्चाओं पर मंत्री ने कहा कि यह तो वही खुद तय करेंगे कि उन्हें किस पार्टी में रहना है। “वह चाहें तो राजनीति में सक्रिय रहें या फिर खुद को राजनीति से दूर कर लें, यह उनका व्यक्तिगत फैसला होगा।”
जीएसटी में बदलाव का तोहफा
प्रेस वार्ता के दौरान प्रभारी मंत्री ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए जीएसटी स्लैब में किए गए बदलाव को जनता के लिए बड़ा तोहफा बताया। उन्होंने कहा कि दीपावली से पहले अब सिर्फ 5% और 18% स्लैब ही रह गए हैं, जिससे आम जनता को राहत मिलेगी, बाजारों में रौनक बढ़ेगी और कारोबारियों को कारोबार में आसानी होगी। कांग्रेस सरकार पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में 1.75 लाख करोड़ रुपये के घोटाले हुए थे। जबकि मोदी सरकार में इतने सालों में कोई बड़ा घोटाला सामने नहीं आया। उन्होंने कहा कि “देश की सीमाओं की सुरक्षा से लेकर विकास कार्यों तक हर जगह जनता का पैसा पारदर्शी तरीके से खर्च किया जा रहा है।
जीएसटी छापेमारी से जुड़े सवाल पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि जब भी कोई नया कानून लागू होता है तो उसमें कुछ खामियां निकल आती हैं, जिनका फायदा उठाने की कोशिश की जाती है। “सरकार इस पर ठोस कार्रवाई कर रही है और आगे भी करती रहेगी।”
कुल मिलाकर प्रभारी मंत्री अनिल कुमार ने आजम खां की रिहाई को चुनावी समीकरणों पर बेअसर बताया और साथ ही केंद्र सरकार की नीतियों और कामकाज की जमकर तारीफ की।
