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संभल। जहां एक ओर दीपावली की रात पूरा शहर रोशनी में नहा रहा था, हर घर दीपों से जगमगा रहा था, वहीं संभल की एडिशनल एसपी अनुकृति शर्मा ने इस पर्व को एक नई दिशा देकर इंसानियत की मिसाल पेश की।
उन्होंने अपने पुलिस बल के साथ उन लोगों के बीच दीपावली मनाई, जिनके घरों में सालों से अंधेरा पसरा हुआ था।
💫 एएसपी ने कहा — असली दीपावली वहीं, जहां किसी के चेहरे पर मुस्कान जले
दीपावली की रात एएसपी अनुकृति शर्मा ने बबराला कस्बे के उन परिवारों का रुख किया,
जहां रोशनी की किरणें बहुत समय से नहीं पहुंची थीं।
वह अपनी टीम के साथ माया देवी, राजवती और किरण देवी जैसी गरीब महिलाओं के घर पहुंचीं —
जहां न नए कपड़े थे, न मिठाई, न कोई दीया जलाने की उम्मीद।
लेकिन अनुकृति शर्मा ने जैसे ही उनके दरवाजे पर कदम रखा,
वहां के अंधेरे कमरे मुस्कान की रोशनी से भर गए।
उन्होंने खुद महिलाओं के पैर छूकर आशीर्वाद लिया, मिठाई, कपड़े और जरूरी सामान भेंट किए।
इस पल को देखकर वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं।
🎇 गरीब बच्चों संग खिलखिलाई दीपावली, पुलिस बनी परिवार
इसके बाद एएसपी अनुकृति शर्मा और उनकी टीम कांशीराम आवास कॉलोनी पहुंचीं।
यहां उन्होंने गरीब परिवारों और छोटे बच्चों के साथ दीपावली की खुशियां साझा कीं।
बच्चों को मिठाई, पटाखे और दीप दिए,
साथ ही उन्हें दीपावली का धार्मिक और सामाजिक महत्व भी समझाया।
बच्चों के चेहरों पर जो चमक आई, वह किसी आतिशबाज़ी से कम नहीं थी।
हर कोई यही कह रहा था —
“ऐसी पुलिस अगर हर जिले में हो, तो त्योहार हर किसी के लिए खुशियों का बन जाएगा।”
💖 सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ — ‘संभल पुलिस ने दिखाई इंसानियत की असली तस्वीर’
एएसपी अनुकृति शर्मा की यह मानवीय पहल सोशल मीडिया पर छा गई है।
लोग उनकी तस्वीरें और वीडियो शेयर कर लिख रहे हैं —
“इस दीपावली सम्भल पुलिस ने सच में दिलों को रोशन किया है।”
“अनुकृति शर्मा जैसी अफसर ही समाज को नई दिशा दे सकती हैं।”
उनकी इस पहल ने न सिर्फ पुलिस की छवि को नई ऊंचाई दी है,
बल्कि यह संदेश भी दिया है कि वर्दी सिर्फ कानून की नहीं, इंसानियत की भी रखवाली करती है।
✨ संभल की जनता बोली — ऐसी दीपावली हर साल हो
शहरवासियों का कहना है कि एएसपी अनुकृति शर्मा की यह पहल आने वाले अधिकारियों के लिए प्रेरणा का उदाहरण बनेगी।
जहां एक ओर लोग अपने घरों में जश्न मना रहे थे, वहीं उन्होंने उन घरों तक दीप पहुंचाए,
जहां सालों से अंधेरा था।
संभल की इस दीपावली को लोग अब “रोशनी की सबसे खूबसूरत दीपावली” कहकर याद कर रहे हैं।
