BULAND PARWAZ DIGITAL DESK MORADABAD…..
मुरादाबाद में आयोजित पहली अशोक सभा में आध्यात्मिक गुरु MAAsterG ने जीवन और मृत्यु के अद्भुत अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि भारती ने 11 दिनों तक अपने शरीर के 70 प्रतिशत भाग जल जाने के बावजूद पूर्ण जागृति और आनंद की अवस्था में रहकर उनकी अनोखी धारणा ‘आर्ट ऑफ डाइंग’ का साक्षात् उदाहरण प्रस्तुत किया।
MAAsterG ने सभा में कहा जब चेतना जाग्रत हो जाती है, तब शरीर की ज्वाला भी आत्मा को छू नहीं सकती।”उन्होंने भगवद्गीता का संदेश उद्धृत किया,अशोक रहना तेरा धर्म है।”साधकों ने इस सभा के अंत में संकल्प लिया कि वे भी अपने जीवन में जागृत चेतना के साथ द्वैत से अद्वैत की ओर, भय से मुक्ति की ओर, अशोक बनकर जीवन यापन करेंगे।MAAsterG के बारे में
2007 में आत्मबोध की प्राप्ति के बाद MAAsterG ने अपने अनुभवों को जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प लिया।
पिछले 18 वर्षों में उन्होंने लाखों लोगों को जीवन, मृत्यु और आत्मज्ञान का समन्वित दृष्टिकोण सिखाया है।
उनका मिशन है — “Mission 800 crores”, यानी दुनिया के हर अंतिम व्यक्ति तक पहुँचकर उन्हें स्थायी आनंद और आंतरिक शांति का मार्ग दिखाना। MAAsterG का संदेश है “रोज़ की एक वाणी रखे दुखों से दूर।”
