BULAND PARWAZ DIGITAL DESK….
मुरादाबाद। अवैध खनन पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है। शुक्रवार को तहसील बिलारी स्थित सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें उपजिलाधिकारी बिलारी, क्षेत्राधिकारी बिलारी, जिला खनन अधिकारी, तहसीलदार बिलारी सहित सभी थाना प्रभारी, राजस्व निरीक्षक और लेखपाल मौजूद रहे ! बैठक की अध्यक्षता एसडीएम बिलारी ने की और अवैध खनन पर रोक लगाने को लेकर अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। बैठक में साफ कहा गया कि अगर कोई भी व्यक्ति अवैध खनन या उसकी ढुलाई में लिप्त पाया गया, तो भू-स्वामी और खननकर्ता दोनों के खिलाफ अभियोग दर्ज कराते हुए गुंडा अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी।
अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि शाम 6 बजे के बाद से सुबह 6 बजे तक होने वाली सभी खनन गतिविधियाँ पूरी तरह अवैध मानी जाएंगी। इस दौरान खनन करते पकड़े जाने पर वाहन सीज कर कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।
एसडीएम ने स्पष्ट कहा कि अवैध खनन से न सिर्फ सरकारी राजस्व को नुकसान होता है, बल्कि पर्यावरण और सड़कों को भी भारी क्षति पहुंचती है। इसलिए अब किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में सीओ बिलारी, जिला खनन अधिकारी, तहसीलदार बिलारी, थानाध्यक्ष बिलारी, कुंदरकी, मैनाठेर, सोनकपुर, पाकबाड़ा सहित तमाम राजस्व अधिकारी मौजूद रहे।
अंत में एसडीएम ने कहा कि अवैध खनन के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा और क्षेत्र में खनन माफियाओं के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन का साफ संदेश — अब अवैध खनन करने वालों के अच्छे दिन खत्म!
