बुलंद परवाज़, मुरादाबाद
मुरादाबाद – कहते हैं… “मंज़िलें उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है।”
मुरादाबाद की बेटी निशि कश्यप ने इस कहावत को सच कर दिखाया है। सड़क हादसे के दर्द और महीनों की चोट से उबरकर इस युवा क्रिकेटर ने अब उत्तर प्रदेश की सीनियर महिला T20 टीम में जगह बनाई है। निशि की यह कामयाबी न सिर्फ शहर बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय बन गई है।
मुरादाबाद की रहने वाली निशि कश्यप क्रिकेट की दुनिया में अपनी नई पहचान बना रही हैं। विकेटकीपर-बल्लेबाज़ निशि अब यूपी सीनियर महिला टीम में चुनी गई हैं। वह 8 अक्टूबर को प्रदेशीय टीम की ओर से केरल के खिलाफ T20 मुकाबले में उतरेंगी।
लेकिन यह मंज़िल निशि के लिए आसान नहीं थी। बीते वर्ष वह एक भयानक सड़क हादसे का शिकार हो गई थीं। हादसे में उन्हें गंभीर चोटें आईं, जिसकी वजह से उन्हें क्रिकेट से कुछ महीनों के लिए दूरी बनानी पड़ी। मगर कहते हैं… जुनून अगर सच्चा हो तो दर्द भी हार मान जाता है।
निशि ने हिम्मत नहीं हारी। सेहत संभलने के बाद उन्होंने नेट्स पर दोबारा पसीना बहाना शुरू किया। दर्द के बावजूद हर दिन घंटों प्रैक्टिस की, और धीरे-धीरे मैदान पर वापसी की। निशि बताती हैं कि वह दौर उनके लिए बेहद मुश्किल था, लेकिन क्रिकेट के प्रति उनके ज़िद और जुनून ने उन्हें फिर से खड़ा कर दिया।
निशि अब तक अंडर-19 टीम में 4 साल और सीनियर वर्ग में 3 साल तक राज्य स्तरीय टूर्नामेंट खेल चुकी हैं। उनके कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी का कहना है कि निशि न सिर्फ तकनीकी रूप से मजबूत खिलाड़ी हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी बेहद दृढ़ हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में निशि भारतीय टीम की जर्सी में भी नजर आएंगी।
निशि के चयन की खबर मिलते ही परिवार और पूरे इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई। घर वालों ने मिठाई बांटकर जश्न मनाया।
निशि कश्यप का कहना है कि वह महेंद्र सिंह धोनी से बेहद प्रेरित हैं और एक दिन देश के लिए खेलने का सपना देखती हैं।
उनकी कहानी इस बात की मिसाल है कि अगर हौसला सच्चा हो तो हालात कितने भी मुश्किल क्यों न हों, सपनों की उड़ान कोई नहीं रोक सकता।
