थाना ऐंचौड़ा कम्बोह क्षेत्र के घंसूरपुर रोड पर मंगलवार रात लगभग 9 बजे हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश अरशद कुरैशी उर्फ़ कालिया को पैर में गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर लिया। गोकशी के आरोप में फरार चल रहे आरोपी से 315 बोर तमंचा, खोखा, एक जिंदा कारतूस व मोटरसाइकिल बरामद हुई। घायल आरोपी को उपचार के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
मुख्य खबर:
घटना के मुताबिक, घंसूपुर रोड पर वाहन जांच कर रही पुलिस टीम ने एक बाइक सवार को रोकने का प्रयास किया—तभी संदिग्ध ने पुलिस पर गोला चला दिया और भागने का प्रयास किया। सूचना पाकर थानाध्यक्ष मोहित काजला एवं असमौली के सीओ कुलदीप कुमार मौके पर पहुंचे। स्थानीय असमौली थाना की टीम के साथ मिलकर पुलिस ने बदमाश को चारों ओर से घेर लिया। दोनों ओर से हुई गोलीबारी के दौरान आरोपी के पैर में गोली लगी और उसे घायलों की तरह पकड़ा गया।
पकड़े गए अपराधी की पहचान:
पकड़ा गया आरोपी अरशद कुरैशी उर्फ़ कालिया (पुत्र — नईम उर्फ कैंचा), निवासी मोहल्ला कोट पूर्वी, कोतवाली संभल बताया जा रहा है। पुलिस रेकॉर्ड के अनुसार, उस पर कोतवाली संभल में छह, थाना बनियाठेर में एक और जनपद कुशीनगर में दो आपराधिक मामले दर्ज हैं। कुशीनगर पुलिस ने उस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था।
बरामद सामान:
315 बोर तमंचा
1 खोखा
1 जिंदा कारतूस
1 मोटरसाइकिल
पुलिस का बयान:
थानाध्यक्ष मोहित काजला ने बताया कि आरोपी ने वाहन जांच के दौरान पुलिस पर फायर किया। सुरक्षात्मक कार्रवाई में अधिकारी व हमराही पुलिसकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें आरोपी घायल हुआ और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि आरोपी की पहचान परंपरागत आपराधिक प्रवृत्ति के साथ की जा रही है और मामले की गहनतापूर्वक जांच चल रही है।
अरोपी का कथन:
गिरफ्तारी के बाद घायल अरशद ने सीओ कुलदीप कुमार से कहा — “अब गलती हो गई, आइंदा कोई गलती नहीं होगी। अगर फिर गलती हो तो मुझे जान से मार दीजिएगा।” यह कथन पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया है और आगे की पूछताछ में इसका हवाला लिया जाएगा।
जांच व कार्यवाही:
पुलिस ने बताया कि आरोपी का मेडिकल कराया जा रहा है और चिकित्सालय में उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। घटना स्थल से उपायुक्त स्तर की टीम प्रत्यक्ष साक्ष्यों का निरीक्षण कर रही है और बाइक व तमंचे पर फोरेंसिक जांच व बॉलिस्टिक टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैं। आरोपियों के साथी या किसी बड़े गिरोह से जुड़ाव की जानकारी जुटाने के लिए आसपास के थानों के साथ समन्वय कर छानबीन तेज कर दी गई है।
