
संभल जिले के रजपुरा थाना क्षेत्र के गवां में झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से मासूम की मौत हो गई। घटना से गुस्साए परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। कई घंटे तक रजपुरा रोड पर अफरातफरी और तनाव का माहौल बना रहा। मौके पर पहुँची पुलिस को गुस्साए लोगों को समझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बच्चे की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर इमामुद्दीन ने इलाज में लापरवाही बरती, जिसकी वजह से मासूम की जान चली गई।
घटना की खबर फैलते ही ग्रामीणों की भारी भीड़ मौके पर जमा हो गई। गुस्साए परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम कर दिया। देखते ही देखते दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। लोग झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। सूचना मिलते ही रजपुरा पुलिस मौके पर पहुँची। गुस्साए परिजनों और भीड़ को शांत कराना पुलिस के लिए आसान नहीं रहा। करीब दो घंटे की समझाने और आश्वासन देने के बाद लोगों ने जाम खोला। इस दौरान पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए।
ग्रामीणों का आरोप– सील और डील का खेल
ग्रामीणों ने कहा कि क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर खुलेआम क्लीनिक और अस्पताल चला रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग कभी-कभार कार्रवाई तो करता है, लेकिन “सील और डील” के बाद कुछ ही दिनों में अस्पताल फिर से खुल जाते हैं। यही वजह है कि झोलाछाप बिना डर के लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। गांववालों और परिजनों ने मांग की है कि झोलाछाप डॉक्टर इमामुद्दीन को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। लोगों का कहना है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
