छापेमारी में धड़ल्ले से चलते मिले अवैध अस्पताल, तीन सील, चार को थमाया नोटिस

मूंढापांडे। क्षेत्र में अवैध अस्पतालों का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। स्थिति इतनी गंभीर है कि दसवीं पास लोग खुद को डॉक्टर बताकर भोली-भाली जनता की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। इनके पास न तो डिग्री है और न ही प्रशिक्षित स्टाफ, बावजूद इसके अस्पताल खुलेआम चलाए जा रहे हैं।
शनिवार को सीएचसी प्रभारी कुलदीप सिंह ने रौंडा-झौंडा चौकी पुलिस बल के साथ मिलकर छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान कई अवैध अस्पताल संचालित होते मिले। कई संचालक मौके से फरार हो गए। टीम ने तीन अस्पतालों को तत्काल सील कर दिया, जबकि चार लोगों को स्पष्टीकरण हेतु नोटिस थमाया गया। अचानक हुई इस कार्रवाई से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। छापेमारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ उप-निरीक्षक उदयवीर सिंह और पुलिस बल मौजूद रहा।

पूर्व में सील अस्पताल फिर से संचालित

रौंडा चौराहे पर हनीफ नामक व्यक्ति का अवैध अस्पताल पूर्व में सीएचसी प्रभारी अशरफ अली द्वारा सील किया गया था। शनिवार को छापेमारी के दौरान यह अस्पताल फिर से चलता मिला। यह कहीं न कहीं स्वास्थ्य विभाग की संलिप्तता की ओर इशारा करता है। हालांकि प्रभारी कुलदीप सिंह ने अस्पताल संचालक को नोटिस जारी किया है।

संविदाकर्मियों की शह पर फूला-फला धंधा

विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि रौंडा-झौंडा क्षेत्र में संविदाकर्मियों की मिलीभगत से ही यह गोरखधंधा फल-फूल रहा है। बताया जाता है कि संविदाकर्मियों ने अस्पताल खोलने-बंद कराने के रेट तक तय कर रखे हैं। यही वजह है कि सीलिंग के 24 घंटे के भीतर ही अस्पताल फिर से शुरू हो जाते हैं। आरोप है कि विभाग के कुछ कर्मचारी इस खेल से मलाई काट रहे हैं।
जनता अब सवाल पूछ रही है कि आखिर कब तक ऐसे फर्जी अस्पताल लोगों की जान से खिलवाड़ करते रहेंगे?

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